शनिवार, 21 मई 2011

प्यार

मेरे पास माँ है...




माँ एक कोमल एहसास, माँ ज़िन्दगी की ख्वाब, माँ दुनिया की सबसे बड़ी नेमत।
इन मुर्गी के बच्चों को जरा गौर से देखिये...
अपनी माँ से कैसे लिपटे हुए हैं। और इस माँ ने अपने बच्चों को कैसे अपने ऊपर, अपने परों में छिपा रक्खा है।
यही है माँ का अनूठा प्यार। सरे जहाँ की नेमतों में सबसे बड़ी नेमत है माँ का प्यार, इसी लिए लोग कहते हैं कि
मेरे पास माँ है, माँ...

मुनव्वर राना के शब्दों में...
जब भी कश्ती मेरी सैलाब में आ जाती है,
माँ दुआ करती हुयी ख्वाब में आजाती है।

मुसीबत के दिनों में माँ हमेशा साथ रहती है,
पयम्बर क्या परेशानी में हिम्मत छोड़ सकता है।

एम अफसर खान सागर

5 टिप्‍पणियां:

  1. माँ तेरी महिमा अपरम्पार ..
    जब भी कश्ती मेरी सैलाब में आ जाती है,
    माँ दुआ करती हुयी ख्वाब में आजाती है।
    ....
    माँ....महान..ममतामयी...

    आभार रचना के लिए

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  2. बहुत ज्ञान की बातें बता रहे हैं आप
    मेरी दुनिया है माँ तेरे आँचल में

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  3. बहुत ज्ञान की बातें बता रहे हैं आप
    मेरी दुनिया है माँ तेरे आँचल में

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  4. अफसर पठान जी आदाब -सुन्दर रचना -माँ खुदा की एक अमोल रचना है हम सब का प्राण है -


    माँ दुनिया की सबसे बड़ी नेमत।


    शुक्ल भ्रमर ५

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  5. क्या बात है अफसर भाई, बहुत सुन्दर रचना लिखी आपने. सबसे अच्छा लगा फोटो. वास्तव में माँ तो माँ होती है चाहे वह कोई भी है. काश लोग यह बात समझ पाते.

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